बहराइच। कृषि विज्ञान केंद्र बहराइच प्रथम पर केंद्र के प्रभारी अधिकारी डा.शैलेन्द्र सिंह के दिशा निर्देशन में निकरा परियोजना के अंतर्गत चयनित गांव रानीबाग और जब्दी के 75 किसानों को काली सरसों प्रजाति आर. एच. 725 वितरित किया गया।
डा. सिंह ने बताया कि सरसो की यह किस्म 136 से 143 दिनों में पक कर तैयार हो जाती है।इसकी फलियां लंबी होती हैं व फलियों में दानों की संख्या 17-18 तक है तथा दानों का आकार मोटा है। इनके अतिरिक्त इसकी फलियों वाली शाखाएं लंबी होती हैं एवं उनमें फुटाव भी ज्यादा है। डा. नंदन सिंह ने बताया कि इसमें 45 से 55 दिनों में फूल आने लगते हैं। इसकी फलियां लंबी होती हैं और इनमें 17-18 दाने होते हैं. इनके दानों का आकार मोटा होता है, इसकी फलियों वाली शाखाएं भी लंबी होती हैं और इनमें ज़्यादा फुटाव होता है. डा. अरुण राजभर ने बताया कि यह किस्म प्रति हेक्टेयर 25-27 क्विंटल तक उत्पादन देती है. इसमें 40 प्रतिशत तेल होता है. कम सिंचाई की ज़रूरत होती है। इस मौके पर अनिल, मनोज, सीताराम, संपदा, समयदिन, अयोध्या, जानकी, ओमकार, कैलासा, सुमन, संगीता आदि किसानों को बीज वितरित किया गया।